आज हम बात करेंगे Top 10 Most Luxurious Trains In Bharat के बारे में, जिनका सफर करके आपको राजाओं और महाराजाओं जैसा महसूस होगा। ये ट्रेनें ही भारत की शान हैं, और इनका नाम दुनिया की सबसे लग्जरियस ट्रेनों में गिना जाता है। इन सभी ट्रेनों के सफर में प्रकृति का सौंदर्य बसता है, और आपको इसका अनुभव जरूर करना चाहिए। लेकिन ध्यान दें, इनकी कुछ टिकट्स इतनी महंगी हैं कि शायद इन्हें खरीदने के लिए आपको अपनी किडनीज भी बेचनी पड़े।
हेरिटेज ऑन व्हील्स (Heritage on wheels):
भारत की सबसे पुरानी लग्जरी ट्रेनों में से एक हेरिटेज ऑन व्हील्स राजस्थान की धरोहर की सैर कराती है। इसके कई कंपार्टमेंट्स पैलेस ऑन व्हील्स से लिए गए हैं, और इसलिए इसकी शान और शौकत में कोई कमी नहीं है।
इसका रूट राजस्थान के बीकानेर, नवलगढ़, और पूरे शेखावटी हिस्से से होकर गुजरता है। इस बेहद खूबसूरत ट्रेन में सफर करने का किराया 10,000 से 20,500 रुपये के बीच है। हेरिटेज ऑन हफ्ते में केवल दो दिन जयपुर से चलती है। शाही कैबिंडा बार्स इस ट्रेन को हर तरह से लग्जरी बनाते हैं।
पंज तक्त दर्शन ट्रेन (Panj takht darshan train):
पंज तक्त दर्शन ट्रेन विशेष रूप से सिख समाज के लिए तैयार की गई है, जहाँ यात्री एक ही बार में देश के पांच प्रमुख गुरुद्वारों का दर्शन कर सकता है। ट्रेन में पंजाबी संस्कृति का प्रतीक महसूस होता है। इस ट्रेन का मार्ग दिल्ली से अमृतसर, सरहिंद, और भटिंडा तक है, और यह सफर केवल चार दिनों में पूरा होता है।
यदि आप पौंट और नांदेड साहिब की चिंता कर रहे हैं, तो चिंता न करें, क्योंकि इस ट्रेन के पैकेज में दोनों स्थानों तक फ्लाइट से भी पहुंचाया जाता है, और वापस दिल्ली भी ले जाया जाता है। इस ट्रेन को शायद लग्जरी नहीं कहा जा सकता, लेकिन यह अपने आप में एक सबसे अनोखी और अलग ट्रेन है।
महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस (Mahaparinirvan Express):
महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस एक विशेष लग्जरी ट्रेन है जो बौद्ध भारत का दर्शन कराती है। इस आध्यात्मिक ट्रेन में मालाएं पहनाकर स्वागत किया जाता है और मुफ्त में बौद्ध साहित्य भी दिया जाता है। इस ट्रेन का सफर भगवान बुद्ध के जीवन पड़ाव के साथ-साथ चलता है, उनके जन्म स्थान से लेकर उनके निर्माण स्थान तक।
यह ट्रेन दिल्ली से बिहार और नेपाल तक जाती है, और यह देश की चुनिंदा इंटरनेशनल ट्रेंस में से एक है। क्योंकि यह ट्रेन नेपाल तक जाती है, इसलिए यात्रियों के पास वीजा होना जरूरी है, और यह बॉर्डर पर आसानी से उपलब्ध भी हो जाता है। इस ट्रेन में सात दिनों के पैकेज के लिए फर्स्ट क्लास के 75000 और सेकंड क्लास के 60000 लगते हैं, और भारतीय नागरिकों को 10% की छूट भी मिलती है।
यात्रियों को कोई असुविधा ना हो इसलिए एक हिंदी भाषी अटेंडेंट भी दिया जाता है। बौद्ध तीर्थों तक कम समय में और आसानी से पहुंचने का बेहतरीन साधन है।
रॉयल ओरिएंटल ट्रेन(Royal oriental train):
रॉयल ओरिएंटल ट्रेन भारत की सबसे पुरानी लक्जरी ट्रेन है जो ब्रिटिश राज के दौरान शुरू की गई थी। 1855 से दिल्ली से चलकर राजस्थान और गुजरात के हर बड़े शहर तक का सफर तय करती है।
इस पांच स्टार ट्रेन में शानदार केबिन हर तरह का खाना बनाने वाले रेस्टोरेंट और एक बार भी है। इसके अलावा, अगर आप बोर हो जाते हैं, तो इसमें एक लाइब्रेरी भी है जो हर समय आपके लिए खुली है। एहसास कीजिए कि पांच स्टार होटल का जो कुछ भी वहां होता है, वह सब स्ट्रेन में मौजूद है।
इसके लग्जरियस केबिन में A.C. TV और पर्सनल बाथरूम भी होते हैं। इस ट्रेन की एक खासियत ये भी है कि यह हमेशा टाइम पे चलती है और उसकी एक दिन की टिकट की प्राइस 8000 रुपये है, जो इतने आरामदायक सफर के लिए कोई ज्यादा नहीं है।
फेयरी क्वीन एक्सप्रेस(Fairy queen express):
अगर आप एक छोटे और रिफ्रेशिंग सफर पर जाना चाहते हैं, तो यह ट्रेन आप ही के लिए बनी है। जी हां, दिल्ली से अलवर को जाने वाली फेरी क्वीन एक्सप्रेस कुछ ऐसा ही सफर करवाती है।
सरिस्का नेशनल पार्क तक टूरिस्ट को ले जाने के लिए इस ट्रेन को शुरू किया गया था। 1800 के समय से चल रहा, इसका इंजन भारत का सबसे पुराना ट्रेनिंग इंजन है और इसलिए इस ट्रेन का नाम गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है।
कई अवार्डों से सम्मानित, यह ट्रेन का रहना और खाना मुफ्त है। सरिस्का नेशनल पार्क की जंगल सफारी एक टूरिस्ट को ले जाना इस ट्रेन का मुख्य उद्देश्य है। 11000 में यह दो दिनों का एक सुखद सफर कराती है। बस बात यह है कि यह महीने में केवल दो ही दिन चलती है, और इसलिए आपको पहले ही टिकट बुक करवानी होगी।
इस ट्रेन की बनावट इस प्रकार की गई है कि इसमें बैठने वाले सभी 60 पैसेंजर्स कांच के द्वार से आगे की ओर देख सकते हैं, और इस ट्रेन की विशाल पेंट्री कार भी एक विशेष आकर्षण है।
गोल्डन चैरियट (Golden chariot):
दक्षिण भारत का पूरा दौरा करना चाहते हैं? स्वर्ण रथ से बढ़कर कोई मार्ग नहीं है। दक्षिण भारत का भ्रमण कराने वाली ट्रेन वाकई शाही है, जो आपको 8 दिनों में पूरे दक्षिण भारत का भ्रमण कराती है। इस ट्रेन में शाही बैठकें, कई रेस्तरां और एक उन्नत जिम हैं। अगर आप लंबे सफर के कारण थक गए हैं, तो इस ट्रेन का आयुर्वेदिक स्पा हर वक्त आपकी सेवा में रहेगा।
‘एशिया की सबसे बेहतरीन लग्जरी ट्रेन’ का खिताब भी गोल्डन चैरियट के ही नाम है। गोल्डन चैरियट के हर कोच का नाम उन रियासतों पर है, जिन्होंने कर्नाटक पर शासन किया था। यह ट्रेन बेंगलुरु, मैसूर, हम्पी, गोवा, पुडुचेरी और मदुरै जैसे सभी प्रमुख स्थानों से होकर गुजरती है।
और इस ट्रेन की कीमत भी उसके मुताबिक है। एक टिकट की कीमत 260000 से 430000 के बीच है और गोल्डन चैरियट में दो टूर पैकेज हैं, साउदर्न स्प्लेंडर और प्राइड ऑफ साउथ।
डेक्कन ओडिसी(deccan odyssey):
डेक्कन ओडिसी महाराष्ट्र और गुजरात की सुंदर जगहों को ले जाने वाली इस ट्रेन का डिज़ाइन किसी महल से कम नहीं है, नक्काशी और कई सुविधाओं के इस्तेमाल से यह भारत की सबसे शानदार ट्रेनों में से एक है। डेक्कन ओडिसी में सभी लग्जरी ट्रेनों के अलावा एक लाउंज और पर्सनल कॉन्फ्रेंस कार भी है।
तो अगर आप एन्जॉयमेंट के लिए अपना काम बंद नहीं करना चाहते हैं, तो ये ट्रेन इस बात का खास ख्याल रखती है। रेस्तरां का पसंदीदा खाना और संगीत यात्रा को बहुत आरामदायक बनाते हैं। मुंबई के शोर से अजंता की गुफा तक, इस ट्रेन की यात्रा गोवा के समुद्र तटों और नासिक के मंदिरों के सपने देखने जैसा है।
डेक्कन ओडिसी में डीलक्स केबिन 420000 से शुरू होता है और लागत प्रेसीडेंसी सूट की कीमत 924000 है। यह तेज गति से चलने वाली ट्रेन समय और आतिथ्य सत्कार में हमेशा आगे रहती है।
पैलेस ऑन व्हील्स(Palace on wheels):
नाम की तरह ही यह ट्रेन एक तैरता हुआ महल है। यह ट्रेन विशेष रूप से राजस्थान भ्रमण के लिए बनाई गई है। मालौ की नक्काशी और खूबसूरत पेंटिंग इसकी पहचान है। मारवाड़ी व्यंजन और विशिष्ट मारवाड़ी आतिथ्य सत्कार तीर्थयात्रियों के दिल को खुश कर देता है। यह आलीशान महल नई दिल्ली से जयपुर और चित्तौड़ होते हुए जैसलमेर, उदयपुर और जोधपुर तक जाता है। ट्रेन का लक्ष्य राजस्थान के सभी पर्यटन स्थलों को कवर करना है। यह ट्रेन राजस्थान के पर्यटन में भी माहिर है। इस ट्रेन में आपको कई विदेशी पर्यटक, नाच-गाने, और राजस्थानी भोजन का आनंद लेते दिख जाएंगे। इस ट्रेन में एक व्यक्ति का यात्रा किराया 51000 से 108000 रुपये है।
राजस्थान ऑन व्हील्स(Rajasthan on wheels):
भारत की सबसे महंगी और आलीशान ट्रेन, टिकट खरीदने के लिए बेचना पड़ सकता है घर जैसा कुछ। जी हां, हम बात कर रहे हैं ‘राजस्थान ऑन व्हील्स’ की जिसमें एक व्यक्ति के सफर का किराया 3.5 लाख से 7.5 लाख रुपये है। आगरा के ताज महल से लेकर वाराणसी के गंगा घाटों तक और खजुराहों के मंदिरों से लेकर राजस्थान के किलों तक जाने वाली यह ट्रेन बेशकीमती है। भारत की अद्भुत सुंदरता को देखने का तरीका. कई पुरस्कारों से सम्मानित यह ट्रेन वाकई भारत का गौरव है।
राजस्थान ऑन व्हील्स के 14 केबिनों में से प्रत्येक में जिम, स्पा, रेस्तरां, मुफ्त वाईफाई और व्यक्तिगत टीवी जैसी सुविधाएं हैं। उत्तर भारत को कम समय में देखने का यह एक शानदार तरीका है। ज्यादातर पर्यटक भारत को जानने और समझने के लिए इसी ट्रेन को चुनते हैं और इस ट्रेन की मेहमाननवाजी देखकर वे दोबारा इस ट्रेन में आने का वादा भी करते हैं।
महाराजा एक्सप्रेस(Maharaj express):
महाराजा एक्सप्रेस भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे शानदार ट्रेनों में से एक है। इस ट्रेन को खास तौर पर भारतीय पर्यटकों के लिए शाही अंदाज में डिजाइन किया गया है। इस ट्रेन में ज्यादातर पर्यटक विदेशी देशों से आते हैं और इसलिए इसकी मेहमाननवाजी का ख्याल भारत में ‘द बेस्ट’ रखता है।
महाराजा एक्सप्रेस से यात्रा केवल अप्रैल से अक्टूबर तक ही हो सकती है। ट्रेन की कुल लंबाई आधा मील है और इसका नाम दुनिया की 5 सबसे खूबसूरत ट्रेनों में गिना जाता है। ट्रेन के हर कोच का नाम उन शाही राज्यों के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने कर्नाटक पर शासन किया था।
महाराजा एक्सप्रेस के प्रत्येक यात्री को बार और लाउंज में मानार्थ बीयर, वाइन उपलब्ध कराए जाते हैं। डीलक्स केबिन, एलईडी टीवी, डीवीडी प्लेयर ये महाराजा एक्सप्रेस के हर केबिन में हैं। इसके अलावा डाइनिंग हॉल में 40 यात्री एक साथ खाना खा सकते हैं। और अगर आपको ज्यादा दिक्कत नहीं है तो आप इस ट्रेन के बुटीक में जाकर कुछ शॉपिंग कर सकते हैं जहां सिर्फ बेहतरीन कलेक्शन ही रखे जाते हैं।
महाराजा एक्सप्रेस के डीलक्स केबिन के टिकट 3.5 लाख से शुरू होते हैं और प्रेसिडेंशियल सुइट्स की कीमत 16 लाख रुपये तक जाती है।
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